चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट >> इनसान का बेटा इनसान का बेटाअलका पाठक
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इसमें इनसान के बेटे का उल्लेख किया गया है....
बाबू है तो छोटा-सा, पर उसके दिमाग में हैं अनगिनत प्रश्न। इनके उत्तर खोजते हुए वह कभी रहस्यमय रूप से ऑटोमेटिक हो जाता है तो कभी नाखून के बराबर नन्हा। कहां मिलते हैं उसे ट्रैफिक जाम में फँसे अकबर-बीरबल कैसे पहुंचा वह अनूठे किले में और क्या पाया उसने...फिर..क्या चंदा, क्या सूरज, सब बाबू से डरकर दुबक क्यों जाते हैं।
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